पाकिस्तान को अमेरिकी मिसाइल की आपूर्ति का अनुबंध केंद्र के लिए कूटनीतिक झटका: कांग्रेस
कांग्रेस ने पाकिस्तान को अमेरिका से ‘एआईएम-120, उन्नत, मध्यम दूरी’ की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (एएमआरएएएम) मिलने की संभावना को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया और इसे कूटनीतिक झटका करार दिया। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘सात मई, 2025 कोसैन्य अनुबंधों संबंधी अमेरिकी युद्ध विभाग की एक सार्वजनिक अधिसूचना के अनुसार, रेथियॉन द्वारा निर्मित उन्नत मध्यम दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें कनाडा, ताइवान, बुल्गारिया, हंगरी, पोलैंड, स्वीडन, चेक गणराज्य, दक्षिण कोरिया, कुवैत, जापान, फ़िनलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, तुर्की, स्पेन और लिथुआनिया को आपूर्ति की जानी थीं।’’उनका कहना है कि 30 सितंबर, 2025 को सैन्य अनुबंधों पर अमेरिकी युद्ध विभाग की सार्वजनिक अधिसूचना में रेथियॉन हवा से हवा में मार करने में सक्षम मिसाइलों की आपूर्ति के लिए कतर, ओमान, सऊदी अरब, इज़राइल, तुर्की और पाकिस्तान जैसे देशों के नाम शामिल हैं। कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘ कूटनीतिक माहौल कितनी जल्दी बदल जाता है और कूटनीतिक झटके इतनी जल्दी-जल्दी कैसे लगते हैं।’’ पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ में मंगलवार को यह खबर प्रकाशित हुई थी कि अमेरिका के युद्ध मंत्रालय (डीओडब्ल्यू) की ओर से हाल ही में अधिसूचित एक हथियार अनुबंध में एआईएम-120 एएमआरएएएम के खरीदारों में पाकिस्तान का भी नाम शामिल है।